IPL में ना चुने जाने पर Sreesanth का BCCI को करारा जवाब

भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीजन से पहले चेन्नई में 18 फरवरी को खिलाड़ियों की नीलामी हुई। इस वर्ष के ऑक्शन से पहले 292 खिलाड़ियों को बीसीसीआई (BCCI) ने शॉर्टलिस्ट किया था, जिसमें हिंदुस्तान के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत (S Sreesanth) का नाम नहीं था। श्रीसंत (S Sreesanth) ने इसका उत्तर हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में दिया है। श्रीसंत ने यूपी के विरूद्ध बहुत बढ़िया गेंदबाजी कर 5 विकेट हासिल किए हैं।
श्रीसंत (S Sreesanth) ने एलूर में चल रहे इलीट ग्रुप-सी के दूसरे राउंड के मुकाबले में यूपी के विरूद्ध धारदार गेंदबाजी करते हुए पांच खिलाड़ियों को आउट किया। श्रीसंत (S Sreesanth) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर केरल की टीम ने यूपी को 50 ओवर से पहले ही 283 रनों पर ही ढेर कर दिया। श्रीसंत (S Sreesanth) के अब इस टूर्नामेंट में दो मैचों में ही सात विकेट हो चुके हैं।
एस श्रीसंत (S Sreesanth) को आईपीएल (IPL) 2013 के दौरान स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था, जिसके बाद उनके ऊपर जीवन भर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि केरल उच्च न्यायालय ने उस बैन को समाप्त कर दिया और श्रीसंत (S Sreesanth) ने 2020 में 7 वर्ष का लंबा बैन झेलने के बाद घरेलू क्रिकेट में फिर से वापसी की। श्रीसंत ने आईपीएल (IPL) के लिए भी रजिस्टर किया था, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें ऑक्शन के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया।
स्पॉट फिक्सिंग के चलते सात वर्ष का बैन झेलने वाले एस श्रीसंत (S Sreesanth) ने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के जरिए क्रिकेट में वापसी की। श्रीसंत को आशा थी कि वे घरेलू क्रिकेट के जरिए आईपीएल (IPL) में वापसी कर सकते थे, जिसके बाद उन्होंने सोचा था कि वे हिंदुस्तान में होने वाले 2023 वर्ल्ड कप में टीम का भाग बन सकेंगे। हालांकि बीसीसीआई ने उनकी इस आशा पर पानी फेर दिया।